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Wednesday 6 May 2020

यदि घर में हो दोष तो अपनाएं यह वास्तु उपाएँ -




कई बार बड़े-बड़े घर बनाने के बाद भी व्यक्ति को किसी ना किसी चीज की कमी हमेशा महसूस होती रहती है। शायद वह कमी नहीं आर्थिक होती है और ना ही पारिवारिक, बल्कि वह कमी शांति और समृद्धि की होती है। कई बार व्यक्ति बड़े से बड़ा महल खड़ा करने के पहले कुछ मुख्य बातों का ध्यान रखना भूल जाता है, जिसके चलते आगे जाकर उनके जीवन में कई प्रकार की समस्याएं खड़ी हो जाती है। यह समस्याएं कभी आर्थिक होती है तो कहीं व्यक्तिगत कहीं शांति से जुड़ी होती है तो कहीं स्वास्थ्य से।

यदि आपका घर बड़ा और संपन्न होने के बाद भी आपको वहां अधूरा सा महसूस होता है तो इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि शायद आपके घर में कहीं ना कहीं वास्तु दोष है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर को बनाने में सही सुधार क्रिया बहुत ही आवश्यक होती है, परंतु इस पर शोध की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है। यदि हम दिशा के बारे में बात करें। तो हमें यह पता चलेगा कि उत्तर पूर्व की दिशा में मकान में सुधार करने से व्यक्ति को बहुत ही अच्छे लाभ देखने को मिलते हैं, परंतु जब दक्षिणी-पश्चिमी दिशा का भाग घर की स्त्रियों पर ज्यादा असर डालने वाला होता है तो हमें इसे बदलने की सख्त से सख्त आवश्यकता होती है।

कई बार घर में बने कमरों की दिशा और दशा हमारे रोजाना की जिंदगी को प्रभावित करती है। यदि आपके घर में भी और अशांति, असमृद्धि और आर्थिक व्यवस्था हो तो इसका सीधा संबंध वास्तु दोष से है।

यहां वास्तु दोष घर में तब जगह कर जाता है जब घर बनाने के पूर्व व्यक्ति कुछ मुख्य बातों का ध्यान वास्तु के अनुसार नहीं रखता।

घर चाहे बड़ा हो या छोटा लेकिन उसे हमें किस तरह से खुशहाल बनाना है यह पूरी तरह से हमारे हाथ में होता है।

घर में वास्तु शास्त्र अपनाने से ना ही वास्तु दोष का निवारण होता है बल्कि हमारे जीवन में कई सकारात्मक बदलाव भी हमें देखने को मिलते हैं यह बदलाव ना केवल आर्थिक होते हैं बल्कि यह बदलाव हमारे स्वास्थ्य, समृद्धि, शांति और भाग्य से भी जुड़े होते हैं।

कई बार व्यक्ति बड़े से बड़े घर में रहकर भी दुखी रहता है तो कहीं कोई व्यक्ति छोटे से मकान में रहकर भी बड़ा खुश रहता है इसका सीधा तात्पर्य यह है, कि घर कैसा भी हो उसे सुखी रखना व खुशहाल बनाना हमारे हाथ में है जिसे हम वास्तु के जरिए बना सकते हैं।

यहां हम आपको वास्तु दोष से संबंधित कुछ उपाय देंगे जिससे आप अपने घर में अपनाकर अपने घर में हो रहे वास्तु दोष को दूर कर घर में खुशहाली वापस ला सकते हैं।

वास्तु शास्त्र के जानकारों से ही वास्तु के बारे में सलाह लेना व दिशा बदलना सही माना जाता है परंतु आप भी वास्तु का ज्ञान लेकर इसे निजी स्तर पर बदल सकते हैं।

- घर में वास्तु दोष को दूर करने के लिए सबसे सरल व आसान तरीका होता है घर में वास्तु पूजन व वास्तु दोष की पूजा करवाना।

- कभी भी सोने वाले कमरे में बैठकर नशीली पदार्थ या मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्यापार, धन तथा स्वास्थ्य पर उल्टा असर पड़ सकता है।

- यदि कोई व्यक्ति किसी भी तरह की मानसिक चिंता या परेशानी से पीड़ित हो तो उसके कमरे में शुद्ध तथा पवित्र घी का दीपक जलाकर रखें, या फिर गुलाब की खुशबू वाली अगरबत्ती से उसके कमरे को महकाए।

- अगर दुकान आदि में चोरी वगैरह होती हो तो दुकान के मुख्य गेट या दरवाजे की चौखट में मंगल यंत्र को स्थापित कर पूजा करवाए। जिससे आपके घर में आपको मानसिक चिंता कम होगी।

- अपनी पसंद के किसी भी फूल को गुलदस्ता बनाकर दक्षिण दिशा के कोने में लगाएं।

- यदि आपके घर के मुख्य द्वार के सामने अनावश्यक वस्तु पड़ी हो या घर के किसी भी कोने में कचरा या अनावश्यक चीजें जमा रखी हो तो उसे तुरंत अपने घर से हटाए।

- यदि आपको किसी परेशानी के कारण सोने में समस्या हो तो अपने पलंग के नीचे तांबे के बर्तन में पानी को भर कर रखें।

- कभी भी झूठे बर्तन को अपने किसी कमरे में कोने में ना रखें हमेशा जूठे बर्तनों का स्थान अपने घर या रसोई के किसी विशेष कोने में बनाएं।

- अपने घर के पूजा घर को कभी भी सीढ़ियों के नीचे या शौचालय के आसपास ना बनाएं क्योंकि यह घर का सबसे पवित्र स्थान है इसीलिए इसकी जगह विशेष होनी चाहिए।

- यदि आपके घर के सामने तिराहा हो तो अपने घर के बाहर एक आईना लगाएं जिससे नकारात्मक ऊर्जा पलट कर वापस चले जाए।

- अपने घर में पानी से भरे सजावट की चीजें रखकर आप सकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढ़ा सकते हैं।

- अपने घर में ज्यादा से ज्यादा रोशनदान व रोशनी के साथ हवा का आदान-प्रदान हो सके ऐसा स्थान बनाएं जिससे हवा के साथ सकारात्मक ऊर्जा भी आपके घर में आ सके।

यदि आप वास्तु दोष के बारे में और जानकारी लेना चाहते हैं तो आप भी वास्तु सीख इसे अपना सकते हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ वैदिक एस्ट्रोलॉजी एक ऐसी संस्थान हैं, जहां से आप वैदिक वास्तु में पत्राचार पाठ्यक्रम के जरिए वास्तु का ज्ञान हासिल कर सकते हैं। इसके बाद आप भी अपने घर में किसी भी वास्तु दोष को दूर करने में सक्षम हो सकते हैं।

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